Saturday, February 1, 2020

झाड़े रहो कलट्टरगंज

झाड़े रहो कलट्टरगंज हास्य व्यंग संग्रह है जनाब अनूप शुक्ल का. ये किताब रुझान पब्लिकेशंस, एस-2  मैपल  अपार्टमेंट्स,163 ढाका नगर सिरसी रोड जयपुर राजस्थान - 302012 से प्रकाशित हुई है. प्रकाशन वर्ष 2017 है. प्रकाशक का मोबाइल नंबर 9314073017 और यूआरएल www.rujhanpublications.com है.
इसमें व्यंग के माध्यम से समाज की दुखती रग पर उंगली रखी गयी है.किताब बहुत से सवाल करती है. मसलन सांता क्लाज़ किन बच्चो को उपहार देता है. क्या वही जिनके घर हैं और जिनमे खिड़की है. क्या उसे बेसहारा और बे-घर बच्चे नज़र नहीं आते.
वहीँ रिश्वत लेने और देने वाले की क्या  परेशानियां हैं.
सिकुड़ने से निकलने वाली जगह को पाने के लिए अकड़े हुए लोग इंतज़ार कर रहे हैं.
क्या बात है भई !
गंभीर मुद्दों को व्यंग के बहाने उधेड़ते जाना अनूप शुक्ल की कला है. किताब पढोगे तो पता चलेगा.